दोस्तों...
आज कल हम देख रहे हे की अपने आसपास लोग कोई न कोई वजह से आत्महत्या कर रहे हे, और वो वजह किसीको पता भी नहीं चलती ।और ये दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा हे, जरुरत हे की हम ऐसे लोगो को समझने की कोशिश करे और उनको सही रास्ता दिखाए। यही कोशिश को अपने शब्द में पिरोके श्री जीतेन्द्र वर्मा ने एक अद्भुत कविता लिखी हे ।आइये सुनते हैं उन्हीं के शब्द में ।।
मीराबाई ka jivan parichay
मीराबाई जोधपुर( मारवाड़) राज्य के संस्थापक राव जोधा के पुत्र राव दूदा की पौत्री थी। इनका जन्म सवंत 1541 माना जाता है । 2 वर्ष की अवस्था में ही मीरा की मां का देहांत हो गया था और उनका लालन-पालन राव दूदा ने मेड़ता में किया ।इनका विवाह उदयपुर(मेवाड़)के प्रसिद्ध राणा सांगा के पुत्र कुंवर भोजराज से हुआ। लेकिन कुछ वर्षों में ही इनके पति का देहांत हो गया कृष्ण भक्ति के रंग में डूबी हुई मेरा ने लोक लाज और कुल की मर्यादा को छोड़कर साधु संतों के साथ मंदिरों मे…
Hindi Poetry narrated by manoj muntashir.
Rashmirathi by Ramdhari Singh Dinkar | Sarg 5 Part 1 | Manoj Muntashir | Hindi Poetry (latest)
कबीर का जीवन चरित्र |Life of KABIR | Hindi Kavi
साहित्यिक परिचय स्वानुभव के धनी , आत्मविश्वास के प्रतीक , अनुपम साधक , विद्रोही एवं समाजचेता कवि कबीर भक्तिकालीन संत काव्य धारा के आधार स्तम्भ हैं । वे ऐसे युग में उत्पन्न हुए , जो राजनीतिक , सामाजिक , धार्मिक दृष्टियों से न केवल अव्यवस्थित था बल्कि अनेकानेक विकृतियों , अन्तर्विरोधों , अंधविश्वासों , विडंबनाओं आदि से ग्रस्त था । ऐसे समय में भारतीय जनता की अन्तर्निहित शक्ति और अन्तर्दृष्टि से सम्पन्न कबीर का प्रादुर्भाव अंधकार के…
"One of the great poetry in indian history by Dinkar"
Video by manoj muntahir
Hello friends,Let's remember our childhood friend by this poem.
1.हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पे दम निकले ।बहुत निकले मिरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले ।।
2.मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का ।उसी को देख कर जीते हैं जिस काफ़िर पे दम निकले ।।
3. हम को मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन ।दिल के ख़ुश रखने को 'ग़ालिब' ये ख़याल अच्छा है ।।
4.न था कुछ तो ख़ुदा था कुछ न होता तो ख़ुदा होता ।डुबोया मुझ को होने ने न होता मैं तो क्या होता ।।
5.आईना क्यूँ न दूँ कि तमाशा कहें जिसे ।ऐसा कहाँ से लाऊँ कि तुझ सा कहें जिसे ।।
6.उन के देखे…
1.Mir Taqi Mir.
Mir Muhammad Taqi Mir (1723 –1810), was a Urdu artist of the eighteenth century Mughal India, and one of the pioneers who offered shape to the Urdu language itself.
He was one of the essential artists of the Delhi School of the Urdu ghazal and is regularly recognized as probably the best writer of the Urdu language.
His takhallus was Mir. He spent the last piece of his life in the court of Asaf-ud-Daulah in Lucknow.
Shayar (poet) A shayar is an artist who forms sher in Urdu, Hindi. Ordinarily, a shayar is somebody who composes ghazals, nazms utilizing the Urdu language.
History of shayari Amir Khusro (1253–1325) is considered to be one of the foremost shayars of the world; he wrote in Persian. Mirza Ghalib is considered the ultimate authority on Urdu poetry. He lived in Delhi and died in 1869.
Shayars create a form of poetry that is called shayari. It traditional that this form of poetry is…
Independence and Freedom are things that are Most cherished day by most of the world countries, India like any other country celebrates its Independence with fervor.
The effects of this celebration will obviously be seen in the digital space. Saffron, White, and Green colours splash all over, especially on social media, WhatsApp, etc. in the form of viral videos, pictures, etc. Why not, when social is the most leveraged upon channel for quickest interaction.
However, it is wo…
When I see her I never control my feeling.
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